आगरा : मुरादाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कदम खींच लिए। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। माना जा रहा है कि क्रिकेटर अजहरुद्दीन की तरह उन्हें मुसलमानों का समर्थन मिलता या न मिलता यह संदेह भी इसके पीछे की एक वजह है। वेस्ट यूपी में कांग्रेस सहारनपुर, मुरादाबाद और गाजियाबाद को मजबूत मानती है। गौरतलब है कि अजहरुद्दीन 2009 में कांग्रेस से सांसद चुने गए थे। 2012 में उन्होंने सीट बदल ली। इसबार राज बब्बर को टिकट दिया गया था। राज बब्बर को मुरादाबाद में स्थिति अनुकूल नहीं लगी। वह यहां से फतेहपुर सीकरी शिफ्ट हो गए।
जानकारों के मुताबिक, अजहरुद्दीन का मुस्लिम होना उनके हक में रहा था। इस बार गठबंधन की स्थितियों को देखते हुए कांग्रेस को अजहर की तर्ज पर समर्थन मिलना मुश्किल माना जा रहा है। दूसरा फैक्टर राज बब्बर का बाहरी होना भी है। चार महीने पहले गुलाम नबी आजाद के सामने मुरादाबाद में ही बाहरी प्रत्याशी भेजने का विरोध हुआ था। राज बब्बर जब प्रत्याशी बने तब भी लोकल प्रत्याशी की मांग उठी। अब शायर इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट दिया गया है। इमरान पर भी बाहरी का ठप्पा रहेगा। हालांकि, कांग्रेस और गठबंधन (एसपी-बीएसपी) दोनों से मुस्लिम प्रत्याशी आने की वजह से 2014 की तरह मुस्लिमों में बंटवारे का खतरा रहेगा, जिसका सीधा लाभ बीजेपी को होगा।